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सोमवार, 5 अक्तूबर 2009

Friends With Benefits की राह [बहस 3]



उल्टा तीर पर "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स" बहस को आगे बढाते हुए इस रिश्ते की यह आखिरी जानकारीपरक पोस्ट- 
(इस रिश्ते के अगुवाओं के अनुसार) फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स रिश्ते को कायम और अच्छा रखने के लिए कुछ टिप्स-


१- पुरुष वर्ग को महिला साथी के यहाँ कभी रात नहीं बितानी चाहिए. पुरुष वर्ग के लिए यह एक गलत सन्देश भेजता है. जैसे कि आप अपनी महिला साथी के साथ बस जाना चाहते हैं. यह एक अच्छा तरीका है कि आप मुलाक़ात उसके घर पर करें और शारीरिक सम्बन्ध के बाद आप अपने साथी के घर से तुंरत चले जाएँ.
 

२. कभी भी दोनों ही वर्ग किसी भी तरीके का/की निशानी न छोडें. इनमें छोटी छोटी चीज़ें भी सम्मिलित हैं जैसे टूथब्रश, कपडे, किताबें, पर्स, फोटो आदि. क्योंकि ये छोटी-छोटी चीज़ें दोनों को भावनात्मक रूप से जोड़ने का काम कर सकती हैं. साथ ही यह चीज़ें भविष्य में अतीत से मिलाने का सबूत भी हो सकती हैं. जबकि इसमें न कोई अतीत होता है और न कोई भविष्य.
 

. यह रिश्ता दोनों ही साथियों को अपने-अपने साथियों के प्यार के नाम न रखने की हिदायत भी देता है. जैसे हनी, स्वीटी, डार्लिंग, बेबी. यहाँ तक कि 'जानू' तक न कहें. सिर्फ एक दूसरे के नाम से ही पुकारें ताकि यह रिश्ता सहमित के अपने कायदे में रहे व एक-दूसरे के प्रति किसी अन्य प्रकार की भावना पैदा न हो.
 

. इस रिश्ते के अलावा किसी भी तरह का झुकाव् या जुडाव न पैदा हो इसलिए कभी भी अपने परिवार के बारे में, अपने भविष्य, अपने अतीत के बारे में, किसी भी तरह के अपने शौक़ के बारे में, अपनी सफलता-असफलता के बारे में, इत्यादी तरह की बातों को न बाटें.
 

. इस तरह के रिश्ते में आप सिर्फ किसी फिल्म, या संगीत बैंड, पसंदीदा शराब व् इसी तरह की कुछेक ही चीज़ों के बारे में बातें करें.   
 

६. शारीरिक सम्बन्ध बनाने के बाद किसी भी तरह के शारीरिक प्रेम जैसे गले लगना, चूमना, हाथ में हाथ डालना, गालों को स्पर्श करना, बालों को संवारना, आदि...तकरीबन न करें. चूँकि इस तरह की क्रियाओं से महिलायें जल्दी ही भावनात्मक जुडाव महसूस करने लगती हैं जबकि इस रिश्ते में भावनात्मक जुडाव की कतई जगह नहीं है.
 

७. रात्री पहर में कभी भी रात्री खाना खाने (डिनर), फिल्म देखने जाने, या अच्छा समय व्यतीत करना वर्जित है.
 

८. सदैव सुरक्षित यौन सम्बन्ध ही बनाएं. पुरुष वर्ग के लिए कंडोम हमेशा ही प्रयोग में लायें और महिला वर्ग बर्थ कण्ट्रोल को अपनाएँ.
 

९. भले ही आप इस तरह के रिश्ते (शारीरिक सम्बन्ध) में हैं मगर किसी भी तरह से अपने साथी के साथ असामान्य/असामाजिक व्यवहार न करें.
 


अंततः जैसा कि सभी टिप्स/रिश्ते के नियम हैं, एक बात पूरी तरह से तय है कि इस रिश्ते में भावनाओं की कोई जगह नहीं होती. जो लोग भावुक हैं, व इस रिश्ते के नियमों को कठोर पाते हैं, यह रिश्ता उनके लिए कतई नहीं हैं. इसे एक तरह चेतावनी की तरह भी लें. यह रिश्ता अपने आप में विषम खेल है. और इसे हर कोई नहीं खेल सकता. इसलिए इस तरह के रिश्ते में जाने से पहले यह जान लें कि आप किस हद तक जा सकते हैं! 

असल में "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स" रिश्ता है क्या, यह तो हम सभी लोग इस पोस्ट को पढ़कर जान ही गए हैं. दरअसल, इस मुद्दे पर बहस करना या चर्चा करना मुझे इसलिए भी जरूरी लगा चूँकि समाज में जिन भी नयी चीज़ों (रिश्ते, चलन, प्रथा, राजनीति, आदि.) ने अपनी जड़ें जमाई हैं, या जिनका चलन हुआ है, वो इक ही दिन में या इक ही साल याकी माह में बनी, पैदा हुई नहीं हैं, यह इक ऐसी धीमी-धीमी प्रक्रिया है कि जब यह अपने आकार को समाहित कर लेती है तो हमें किसी विस्फोट की तरह लगती है. और हम इस नए परिवर्तन में पलने लग जाते हैं, इसके आचरण में घुल जाते हैं, यह हमारे समाज में पैठ बना लेता है, और हम ही इसकी अगुआई करने लग जाते हैं. यह "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स" रिश्ता भी अपनी चाल में है...और यकीनन जिसने रेंगना शुरू कर दिया है, वो इक दिन दौड़ में आ ही जाता है...अब आप तय कीजिये...कि क्या आने वाले समय में हम अपने समाज में इस तरह के रिश्ते का स्वागत करने के लिए तैयार हैं? सवाल इक नहीं है, यहाँ इक सवाल से पैदा एक नया सवाल है? हमें ही उत्तरित करना होगा, नहीं तो हम यकीनन हार जायेंगे और सवाल अपना सर हमेशा ही उठाएंगे?

 

कीजिये बहस या चर्चा...क्योंकि बहस और शुरू हो चुकी है मेरे दोस्त...याद रहे, जो भी चुप रहा...उसे हमेशा ही चुप रहना होगा!  
अगर आप पास हैं अपने निजी अनुभव, या है आपका कोई मित्र या जानकर 'फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स' के रिश्ते में, तो हमें लिख भेजिए. 

उल्टा तीर के लिए
[अमित के सागर] 


3 टिप्‍पणियां:

  1. अमित जी आपने बहुत खुल कर उन लोगो के विचार रखे जो इन रिश्तों में विश्वास रखते है उनकी राय भी अहम जो इन्हे नही मानते अभी दुसरा पक्ष भी रखे.......

    जवाब देंहटाएं

आप सभी लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया जो आप अपने कीमती वक़्त से कुछ समय निकालकर समाज व देश के विषयों पर अपनी अमूल्य राय दे रहे हैं. इस यकीन के साथ कि आपका बोलना/आपका लिखना/आपकी सहभागिता/आपका संघर्ष एक न एक दिन सार्थक होगा. ऐसी ही उम्मीद मुझे है.
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बने रहिये हर अभियान के साथ- सीधे तौर से न सही मगर जुड़ी है आपसे ही हर एक बात.
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आप सभी लोगों को मैं एक मंच पर एकत्रित होने का तहे-दिल से आमंत्रण देता हूँ...आइये हाथ मिलाएँ, लोक हितों की एक नई ताकत बनाएं!
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आभार
[उल्टा तीर] के लिए
[अमित के सागर]

"एक चिट्ठी देश के नाम" (हास्य-वयंग्य) ***बहस के पूरक प्रश्न: समाधान मिलके खोजे **विश्व हिन्दी दिवस पर बहस व दिनकर पत्रिका १५ अगस्त 8th march अखबार आओ आतंकवाद से लड़ें आओ समाधान खोजें आतंकवाद आतंकवाद को मिटायें.. आपका मत आम चुनाव. मुद्दे इक़ चिट्ठी देश के नाम इन्साफ इस बार बहस नही उल्टा तीर उल्टा तीर की वापसी एक चिट्ठी देश के नाम एक विचार.... कविता कानून घरेलू हिंसा घरेलू हिंसा के कारण चुनाव चुनावी रणनीती ज़ख्म ताजा रखो मौत के मंजरों के जनसत्ता जागरूरकता जिन्दगी या मौत? तकनीकी तबाही दशहरा धर्म संगठनों का ज़हर नेता पत्नी पीड़ित पत्रिकारिता पुरुष प्रासंगिकता प्रियंका की चिट्ठी फ्रेंडस विद बेनेफिट्स बहस बुजुर्गों की दिशा व दशा ब्लोगर्स मसले और कानून मानसिकता मुंबई का दर्दनाक आतंकी हमला युवा राम रावण रिश्ता व्यापार शादी शादी से पहले श्रंद्धांजलि श्री प्रभाष जोशी संस्कृति समलैंगिक साक्षरता सुमन लोकसंघर्ष सोनी हसोणी की चिट्ठी amit k sagar arrange marriage baby tube before marriage bharti Binny Binny Sharma boy chhindwada dance artist dating debate debate on marriage DGP dharm ya jaati Domestic Violence Debate-2- dongre ke 7 fere festival Friends With Benefits friendship FWB ghazal girls http://poetryofamitksagar.blogspot.com/ my poems indian marriage law life or death love marriage mahila aarakshan man marriage marriage in india my birth day new blog poetry of amit k sagar police reality reality of dance shows reasons of domestic violence returning of ULTATEER rocky's fashion studio ruchika girhotra case rules sex SHADI PAR BAHAS shadi par sawal shobha dey society spouce stories sunita sharma tenis thoughts tips truth behind the screen ulta teer ultateer village why should I marry? main shadi kyon karun women

[बहस जारी है...]

१. नारीवाद २. समलैंगिकता ३. क़ानून (LAW) ४. आज़ादी बड़ी बहस है? (FREEDOM) ५. हिन्दी भाषा (HINDI) ६. धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद . बहस नहीं विचार कीजिये "आतंकवाद मिटाएँ " . आम चुनाव और राजनीति (ELECTION & POLITICS) ९. एक चिट्ठी देश के नाम १०. फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स (FRIENDS WITH BENEFITS) ११. घरेलू हिंसा (DOMESTIC VIOLENCE) १२. ...क्या जरूरी है शादी से पहले? १३. उल्टा तीर शाही शादी (शादी पर बहस- Debate on Marriage)