tag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post1941377778799542479..comments2024-01-23T17:57:45.300+05:30Comments on उल्टा तीर: जूता संस्कृति या विकृति !!!उल्टा तीर [अमित के सागर - अकेसा]http://www.blogger.com/profile/02851512989313528812noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-10167235337914215682009-07-30T20:46:41.414+05:302009-07-30T20:46:41.414+05:30अमित,टिप्पणी कहाँ पोस्ट करूँ? yahan to ho gayee, m...अमित,टिप्पणी कहाँ पोस्ट करूँ? yahan to ho gayee, mauje sagar pe nahee ho rahee...!<br /><br />Aur anusaran karta ka 'chinh' bhee nahee hai...!shamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-82109480002937333832009-04-23T21:22:00.000+05:302009-04-23T21:22:00.000+05:30sir ji...aapke kadhan me puri tarah sachayi hai .....sir ji...aapke kadhan me puri tarah sachayi hai ...aaj kal neta gooli se kam jute se jyada dar rahe hai.ye samaj ki vifalta hi kahiye ki...hamare samajh me bhi ye bekaar karye hone lage...hai...kher...schayiya ka suwaad kuch aalag hi hota hai....jai ho...............deepak..bedilDeepak "बेदिल"https://www.blogger.com/profile/01414031848249106414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-55530628647527392282009-04-19T17:02:00.000+05:302009-04-19T17:02:00.000+05:30आज का सबाल
जे नही हे की किसीने क्या किया आज क...आज का सबाल<br /> जे नही हे की किसीने क्या किया आज का सबल जे हे जे कियो हु रहा हेlovehttps://www.blogger.com/profile/14971556390889408050noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-51728322649628914732009-04-17T16:17:00.000+05:302009-04-17T16:17:00.000+05:30जिसकी जितनी पहुंच उसकी उतनी धमक।
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जादू क...जिसकी जितनी पहुंच उसकी उतनी धमक।<br />----------<br /><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">जादू की छड़ी चाहिए?</A> <br /><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">नाज्का रेखाएँ कौन सी बला हैं?</A>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-88131988080761100272009-04-12T22:06:00.000+05:302009-04-12T22:06:00.000+05:30अमित जी मै आपका शक्रिया अदा करता हूँ की आपने मेरे ...अमित जी मै आपका शक्रिया अदा करता हूँ की आपने मेरे मुद्दे को अपने ब्लॉग मै चर्चा का मौका दिया लकिन आपने इस को इस कदर संपादित कर दिया है की मै इसे बिलकुल नए रूप मै पता हूँ कृपया मेरी टिप्पणी को जिसमे मै पूरी बहस को फिर से रखना चाहता हूँ <BR/>जूता संस्कृति का आगाज अमेरिका से हुआ ( जार्ज बुश ) और आज भारत देश मे<BR/>भी कोई हरियाणा से सांसद नविन जिंदल पर जूता फैक रहा है तो कल एक कच्चे<BR/>पत्रकार जरनैल सिंह भारत के सम्मानित वित्मंत्री चिदम्बरम पर जूता फैक<BR/>मुर्ख अथवा भावुक सिखों के हीरो बन गए लकिन क्या अब भारत देश मे वही सब<BR/>होगा जो अमेरिका मे हो चूका होगा<BR/>विरोध प्रदर्शन का क्या स्वरूप होना चाहिए इसके विषय मे आप क्या सोचते है<BR/>ऐशा भी नहीं की देश मे सबसे लम्बा नरसंहार कश्मीर पीड़ित को दर्द, 1984 के<BR/>दंगे या फिर भोपाल गैस कांड, मुंबई बोम्ब बलास्ट,गोधरा कांड जैसे अनेक<BR/>कांड हुए जिनमे हजारो - लाखो की संख्या मे लोग मारे गए लेकिन क्या उनका<BR/>कानून पर से विश्वास उठ गया या कानून उन लोगो ने हाथ मे लिया फिर आज<BR/>कानून को अपने हाथ मे लेने वाले का साथ देने वाले क्या अपराधी तत्वों को<BR/>बढावा नहीं दे रहे है<BR/>फैसला अभी आया नहीं है बल्कि अभी ज़ंग जारी है फैसला आपको करना है ..............karmowalahttps://www.blogger.com/profile/13293541237818023254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-10823175751684408372009-04-12T17:42:00.000+05:302009-04-12T17:42:00.000+05:30kam se kam joote ka kuchh to faayda hua.kam se kam joote ka kuchh to faayda hua.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7695654499245448037.post-85352719561835717012009-04-12T11:34:00.000+05:302009-04-12T11:34:00.000+05:30अमित जी आपका और उल्टा तीर दोनों का बहुत-बहुत शुक्र...अमित जी आपका और उल्टा तीर दोनों का बहुत-बहुत शुक्रिया एक नयी पहल के लिए आज मैंने उल्टा तीर पर आपका अन्य लोगो को मुद्दे उठाते देखा तो बेहद खुसी का अनुभव किया <BR/>कर्मबीर जी ने सही समय पर सही सवाल उठाया है की क्या अब देश का हर बुद्धिजीवी कहलाना वाला तबका भी क्या अमेरिका का पिछलग्गू हो गया है या अपने देश के कानून से ऊपर अपने धर्म और जाति का ऊपर मानने लगा है दोनों ही सूरत मे देश के भविष्य पर सवालिया निशान उठाती है मे ये भी जोड़ना चाहुगी की सिख समुदाय पिछले कुछ वर्षो मे जिस तरह देश की राजनीती मे आगे आता जा रहा है वैसे ही उसका स्वभाव उग्र होता जा रहा है <BR/>आपके द्वारा उठाये सभी मुद्दों को मे सही मानती हूँ और आशा करती हूँ देश के सभी धर्मो के मानने वालो से की वो सबसे पहले देश और कानून का सम्मान करे <BR/>धन्यवाद्barbiteachhttps://www.blogger.com/profile/09902705138043863295noreply@blogger.com