* उल्टा तीर लेखक/लेखिका अपने लेख-आलेख ['उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ'] पर सीधे पोस्ट के रूप में लिख प्रस्तुत करते रहें. **(चाहें तो अपनी फोटो, वेब लिंक, ई-मेल व नाम भी अपनी पोस्ट में लिखें ) ***आपके विचार/लेख-आलेख/आंकड़े/कमेंट्स/ सिर्फ़ 'उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ' पर ही होने चाहिए. धन्यवाद.
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शुक्रवार, 11 सितंबर 2009

स्वतंत्रता के उपरांत "एक चिट्ठी देश के नाम"

मुहब्बत जब सचमुच दिल को छू लेती है, मुहब्बत जब सचमुच एक अहसास का पिरोया बन जाती है फ़िर मुहब्बत करने वालों के लिए सितम भी मुहब्बत से कम नहीं लगते! मगर ये सितम करने को मुहब्बत भी तो चाहिए दिल में...शाख जब चरमरा के टूट ही जाती है तो फ़िर पेड़ भी मायूस होकर सूख ही जाता है! और यह सूखानापन इतना खतरनाक भी हो सकता है कि अस्तित्व का भी नामोनिशान मिट जाए!!! यही सूखानापन यही असंवेदना आज देश को कई अहम् मुद्दों पर लचर घोषित कर रही है...क्योंकि इसके वासी (इसकी बहुमूल्य शाखाएँ, इसकी पत्तियाँ) स्वंय ही अपनी-अपनी उड़ान पर हैं? बेशक उनकी जड़ खोखली होकर मिट्टी होती रहे! बहुमुखी प्रतिभा की धनी सफर की फोटोग्राफी का शौक़ रखने वाली "प्रियंका तैलंग" ने काव्यमय "एक चिट्ठी देश के नाम" में यही इशारा किया है कि क्या हुआ अगर हमसे ही अँधेरा हो गया, क्या हुआ अगर हमारे हाथ जंजीरों में जकड़ दिए गए, क्या हुआ अगर हम लाचारी की हद तक थक गए हैं- क्या हुआ अगर हमें हमारे ही मन ने पतन तक पहुंचा दिया है...क्या हम फ़िर से सिर्फ़ एक कोशिश नहीं कर सकते, सिर्फ़ एक कोशिश ... तो हो जाइए इस कोशिश में शामिल और बन जाइए फ़िर से अखंड भारत की मजबूत शाखाएं, हरी-भरी वो पत्तियाँ जिन्हें न वाहरी तूफ़ान का डर हो, न हो मुरझाने की तासीरें चेहरों पर!

स्वतन्त्रता के उपरांत
*-*
देश से बहार निकला तो यह खबर हुई
कि मेरे देश की हालत खस्ता बहुत हुई

चंद पैसों की खातिर बन गए हैं दुश्मन सभी अपने
कि गैरों की बात क्या करें, अपनों की हद हुई

लगता है ज़रुरत पड़ेगी अब फरिश्तों की
मसीहा खुद ही लूट रहे हैं अस्मत जो ज़मीं की

मेरे करने से कौन सा फर्क पड़ेगा?

हर एक नौजान की सोच आखिर ऐसी क्यूँ हुई?


बिक गया है देश सियासी खेल के हाथों
क्या आज की जनता को यह खबर भी ना हुई?

अब यूँ ही बैठना तो मुमकिन नहीं होगा

कोशिश करे कोई तो क्या हासिल नहीं होगा

पर कोशिश करने की कोशिश ही भला क्यूँ कम हुई?


जय हिंद
*-*
लेखिका का ब्लॉग: स्वतंत्र...खोज
आपकी प्रतिक्रया ही नहीं आपकी सवेदना का बहुत छोटा सा टुकड़ा भी अपने देश के योगदान में जाकर आपको गर्व महसूस करा सकता है! [उल्टा तीर]

9 टिप्‍पणियां:

  1. Amit ji,abhi aap ka saath kiya facebook par aur blog dekha ,pasand aaya,dhanyavaad.
    I am dr.bhoopendra Singh,professor in hindi in govt.t.r.s.college and research centre rewa mp and my mobile no is 9425898136,emailbksrewa@gmail.com
    res.add-6,gopalpur tower,tala house campus rewa mp 486001.
    my blog-jeevansandarbh.blogspot.com
    I will write a post in a month.
    Pl guide me and inform in detail.
    Better u talk to me in person
    with regards,
    dr.bhoopendra.
    ps-photo will take one to two days time

    जवाब देंहटाएं
  2. प्रिय बंधु
    आपका ब्लॉग पसंद आया,एक मिशन है ये ऐसा लगा /
    मै प्रोफ़ेसर हूँ हिंदी का यहाँ रीवा म. प्र में /
    मेरा ईमेल बी के एस रीवा @ जीमेल .कॉम और मोबाइल नंबर ९४२५८९८१३६ है /
    मै आपके लिए हर माह एक पोस्ट लिखूंगा .
    आशा है आपके साथ से निरंतर लिखूं गा /
    मेरा ब्लॉग है जीवन सन्दर्भ जो ब्लॉगर पैर है उसे आप देख हो /
    मेरी शुभ कामनाएं लीजिये /
    आपका ही
    डॉ. भूपेन्द्र ,रीवा

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी लेखन शैली का कायल हूँ. बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  4. जी हाँ! आपके ब्लोग पर लिख्ना चाहुंगी। आपका निमंत्रण स्वीकार्य है।

    जवाब देंहटाएं
  5. सोचने पर मजबूर कर दिया आपने......
    अच्छी रचना........

    जवाब देंहटाएं
  6. सोचने पर मजबूर कर दिया आपने......
    अच्छी रचना........

    जवाब देंहटाएं
  7. धन्यवाद आपने मेरी रचना को इतने अच्चे मंच पे प्रकाशित
    किया. आपकी लेखी वास्तव मैं प्रशंसनिया है और उससे भी अधिक
    प्रभावी है आपके इस ब्लॉग का उद्देश्य ...
    बहुत बहुत बधाइयां

    जवाब देंहटाएं
  8. प्रियंका जी...आपकी ओजस्वी कविता को प‌ढकर बहुत ही अच्छा लगा...आपकी कविता प‍ढने से ऐसा प्रतीत हुआ मानो कोई मेरी भावनाओ का कविता पाठ कर रहा हो|
    अमित जी ...मेरी तरफ़ से आपको कोटिशः बधाइयां....क्योंकि आपने लेखकों को एक मन्च पर एकत्र करने का अथक परिश्रम किया और पाठको तक उत्तम सामग्री पहुचा रहे हैं।

    साभार
    शैलेन्द्र

    जवाब देंहटाएं
  9. मेरे करने से कौन सा फर्क पड़ेगा?
    हर एक नौजान की सोच आखिर ऐसी क्यूँ हुई?
    केवल ये सोच बदल कर देखो फिर नेता,सिपाही ,अधिकारी सभी सही रस्ते पर आजायेंगे और देश समाज सब उस रूप मे होंगे जो आपने अपने सपनो मे देखा होगा

    जवाब देंहटाएं

आप सभी लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया जो आप अपने कीमती वक़्त से कुछ समय निकालकर समाज व देश के विषयों पर अपनी अमूल्य राय दे रहे हैं. इस यकीन के साथ कि आपका बोलना/आपका लिखना/आपकी सहभागिता/आपका संघर्ष एक न एक दिन सार्थक होगा. ऐसी ही उम्मीद मुझे है.
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बने रहिये हर अभियान के साथ- सीधे तौर से न सही मगर जुड़ी है आपसे ही हर एक बात.
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आप सभी लोगों को मैं एक मंच पर एकत्रित होने का तहे-दिल से आमंत्रण देता हूँ...आइये हाथ मिलाएँ, लोक हितों की एक नई ताकत बनाएं!
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आभार
[उल्टा तीर] के लिए
[अमित के सागर]

"एक चिट्ठी देश के नाम" (हास्य-वयंग्य) ***बहस के पूरक प्रश्न: समाधान मिलके खोजे **विश्व हिन्दी दिवस पर बहस व दिनकर पत्रिका १५ अगस्त 8th march अखबार आओ आतंकवाद से लड़ें आओ समाधान खोजें आतंकवाद आतंकवाद को मिटायें.. आपका मत आम चुनाव. मुद्दे इक़ चिट्ठी देश के नाम इन्साफ इस बार बहस नही उल्टा तीर उल्टा तीर की वापसी एक चिट्ठी देश के नाम एक विचार.... कविता कानून घरेलू हिंसा घरेलू हिंसा के कारण चुनाव चुनावी रणनीती ज़ख्म ताजा रखो मौत के मंजरों के जनसत्ता जागरूरकता जिन्दगी या मौत? तकनीकी तबाही दशहरा धर्म संगठनों का ज़हर नेता पत्नी पीड़ित पत्रिकारिता पुरुष प्रासंगिकता प्रियंका की चिट्ठी फ्रेंडस विद बेनेफिट्स बहस बुजुर्गों की दिशा व दशा ब्लोगर्स मसले और कानून मानसिकता मुंबई का दर्दनाक आतंकी हमला युवा राम रावण रिश्ता व्यापार शादी शादी से पहले श्रंद्धांजलि श्री प्रभाष जोशी संस्कृति समलैंगिक साक्षरता सुमन लोकसंघर्ष सोनी हसोणी की चिट्ठी amit k sagar arrange marriage baby tube before marriage bharti Binny Binny Sharma boy chhindwada dance artist dating debate debate on marriage DGP dharm ya jaati Domestic Violence Debate-2- dongre ke 7 fere festival Friends With Benefits friendship FWB ghazal girls http://poetryofamitksagar.blogspot.com/ my poems indian marriage law life or death love marriage mahila aarakshan man marriage marriage in india my birth day new blog poetry of amit k sagar police reality reality of dance shows reasons of domestic violence returning of ULTATEER rocky's fashion studio ruchika girhotra case rules sex SHADI PAR BAHAS shadi par sawal shobha dey society spouce stories sunita sharma tenis thoughts tips truth behind the screen ulta teer ultateer village why should I marry? main shadi kyon karun women

[बहस जारी है...]

१. नारीवाद २. समलैंगिकता ३. क़ानून (LAW) ४. आज़ादी बड़ी बहस है? (FREEDOM) ५. हिन्दी भाषा (HINDI) ६. धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद . बहस नहीं विचार कीजिये "आतंकवाद मिटाएँ " . आम चुनाव और राजनीति (ELECTION & POLITICS) ९. एक चिट्ठी देश के नाम १०. फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स (FRIENDS WITH BENEFITS) ११. घरेलू हिंसा (DOMESTIC VIOLENCE) १२. ...क्या जरूरी है शादी से पहले? १३. उल्टा तीर शाही शादी (शादी पर बहस- Debate on Marriage)