* उल्टा तीर लेखक/लेखिका अपने लेख-आलेख ['उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ'] पर सीधे पोस्ट के रूप में लिख प्रस्तुत करते रहें. **(चाहें तो अपनी फोटो, वेब लिंक, ई-मेल व नाम भी अपनी पोस्ट में लिखें ) ***आपके विचार/लेख-आलेख/आंकड़े/कमेंट्स/ सिर्फ़ 'उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ' पर ही होने चाहिए. धन्यवाद.
**१ अप्रैल २०११ से एक नए विषय (उल्टा तीर शाही शादी 'शादी पर बहस')के साथ उल्टा तीर पर बहस जारी...जिसमें आपका योगदान अपेक्षित है.*[उल्टा तीर के रचनाकार पूरे महीने भर कृपया सिर्फ और सिर्फ जारी [बहस विषय] पर ही अपनी पोस्ट छापें.]*अगर आप उल्टा तीर से लेखक/लेखिका के रूप में जुड़ना चाहते हैं तो हमें मेल करें या फोन करें* ULTA TEER is one of the well-known Hindi debate blogs that raise the issues of our concerns to bring them on the horizon of truth for the betterment of ourselves and country. आप सभी लोगों को मैं एक मंच पर एकत्रित होने का तहे-दिल से आमंत्रण देता हूँ...आइये हाथ मिलाएँ, लोक हितों की एक नई ताकत बनाएं! *आपका - अमित के सागर | ई-मेल: ultateer@gmail.com

बुधवार, 18 मार्च 2009

आप प्रधानमत्री हैं!

पहली बार उल्टा तीर बिना किसी भूमिका के आपसे बात करता है कि -

अगर आप प्रधानमन्त्री पद के उम्मीदवार बनते हैं और अंततः अगर आप "प्रधानमन्त्री" बन जाते हैं तो देश में क्या नया करना चाहेंगे और क्या परिवर्तन लाना चाहेंगे जिसकी हम सबको नज़ाकत दिखती है? चूँकि पिछली पोस्ट में हुई चर्चा के तहत भी और अन्य तमाम लोगों से बात करने के बाद यह तो स्पष्ट हो ही गया है कि देश को परिवर्तन की ज़रुरत है. चूँकि देश में बहुसंख्यंक आबादी युवा है और तमाम तरह के संकट भी युवावों पर ही हैं तो क्यों न देश का प्रतिनिधत्व एक युवा करे बजाय किसी भी ६० या ७० बरस के प्रधानमन्त्री के! तो क्या आप प्रधानमन्त्री बनने या बनाने के लिए तैयार हैं? अपना मत दीजिये, बहस कीजिए, सवाल देश का है, आपका है, आपके विकास का है!

---
उल्टा तीर पर कुछ ज़ायज कारणों से पिछले काफी दिनों से कोई चर्चा न हो सकी, इसका हमें खेद है. उल्टा तीर अपनी सामजिक जिम्मेदारियां हर स्तिथि-परिस्तिथि में बखूबी निभाता रहेगा, ऐसी पूरी उम्मीद है. बस आपका साथ मिले, हम चाहते हैं जो बदलाव- वो ज़रूर हो- एक नए रूप में समाज खिले, ये देश हर तरह से उन्नति की राह चले...
[अमित के सागर]

8 टिप्‍पणियां:

  1. विषय बहुत उम्दा है. इस पर टिप्पणी लिखने के लिये बहुत वक्त की दरकार है.

    जवाब देंहटाएं
  2. अमित जी इस बहस मै आपने हमसे दो सवाल किये है पहला यदि मै प्रधानमंत्री बनू तो सबसे पहले सभी मौलिक अधिकारों और कर्तव्य हर व्यक्ति विशेष के लिए अनिवार्य करू साथ ही सरकार हर व्यक्ति को रोज़गार दे इस बात का विशेष प्रबंध करू
    दूसरा सवाल ६०से ७० बरस के व्यक्ति प्रधानमंत्री बने या १८ बरस का उससे कोई फर्क नहीं पड़ता यदि वो व्यक्ति कुछ करेगे ही नहीं तो कुछ नहीं होगा और यदि करते है तो उनसे बेहतर भी कोई नहीं हो सकता
    आपकी बहस पर बचपन से ही हम बच्चो से प्रस्ताव लिखाये गए है और मै इस पर प्रस्ताव नहीं केवल विचार लिख रही हूँ यदि भविष्य मै आप इस मुद्दे को अपनी वेब पत्रिका मै जगह दो तो मै अपने विचार खुल लिख सकती हूँ
    धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  3. अमित जी उल्टा तीर पर आप फिर एक बार सक्रिय होने जा रहे है जानकर ख़ुशी हुई
    आप अपना काम करते रहिये,आप बहुत बढ़िया काम कर रहेहै
    उल्टा तीर एक अच्छा और ज्ञानवर्धक सामाजिक हित का मंच है
    यह इसी तरह कायम रहे हम कामना करते है

    जवाब देंहटाएं
  4. अमित जी सबसे पहले आपको बधाई की आज आप के कारण मै प्रधानमंत्री बनने के सपने देखू और कल ये सच हो तो इस बात की आपको हो बधाई दी जायेगी और जैसा की आपने पुछा उसी प्रकार जनता भी अगर नेताओ से पूछे की वो ऐशा क्या करने वाले है की उनको प्रधानमंत्री पद की होड़ मे शामिल होने का मौका मिले .............
    इन सब को छोड़ मै अपने विषय मै कहना चाहूगा की यदि भविष्य मे मै प्रधानमंत्री बना तो सबसे पहले जनता को ये अधिकार दूगा की वो मुझे और मेरे मातहत और साथ काम करने सभी व्यक्तियों के विषय मे जो सार्वंजनिक करने योग्य जानकारी हो वो सब पहले से ही उपलब्ध हो ,दूसरा ये की जो भी वादे किये जाये केवल उन्ही को प्राथमिकता के साथ पूरा करू और यदि किन्ही कारणों से ऐशा नहीं करू तो जनता को अपना त्यागपत्र दू और जनता मुझ पर धोखाधडी का मुकदमा दर्ज कर सके
    क्युकी जिस देश का प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपने जबान से झूट बोले उस देश और समाज का नष्ट होना ही उचित प्रतीत होता है
    अंत मे अमित जी हमारे देश मे बुजुर्ग सदेव सम्मानिये रहे है इसलिए उन्हें या नवयुवको किसी को भी देश का नेर्तत्व करने मे किसी अन्य को संकोच नहीं होना चाहिए लकिन उसका मानसिक ,शारीरिक ,बोद्धिक रूप से स्वस्थ होना अनिवार्य होना चाहिए

    जवाब देंहटाएं
  5. aapke blog main badi rochak bahas chalti hai .
    raajniti bada gambheer khel hai , ise samjhne ke liye hi bahut vakt chahiye.
    thaluye log hi is main bhavishy ajma sakte hain .
    kyoki unhain karne ke liye kuchh dikhta hi nahi hai .
    renu....

    जवाब देंहटाएं
  6. amit ji,is baat se koi phark nahi padata ki aap kitne varsh ke hain.haan isase phark padata hai ki aap desh ke baare me kya sochte hain?har kadam par samjhotavaadi,dusaron ke isaaron par naachna,satta me bane rahne ke liye desh ki asmita se khilwaad karna,bhrastachaar,aatankwaad,jaatiwaad,kshtrawaad,tushtikarn,aarakshan,pradhanmantri banane ke baad bhi maatra apni paarti ke hit sochna aadi se phark padata hai.
    dusari baat agar main pradhanmantri banu to meri pahli prathmikata desh ke prati samman ka bhav paida karna,uprokat sabhi muddon ko chod kar ek rashtra ek naagrikata ka sidhant,garib,pichdon ko shiksha,swasthya muft tatha rojgar ke avsar,prathibhaaon ko bina aarakshan ke aage laana,shighra nayay ki vayavstha,bhrast tatha apraadhion ke chunav me bhag lene par rok,vikas ka laabh gaaon ki aur tatha bhartiya anusandhaan ko prathmikata ke saath aatmnirbhar swabhimaani yuvko ka nirman.swami vivekanand ne kaha tha* agar mujhe 100yogya maatain mil jaayen to main raashtra ki tasvir badal sakata hun* arthat mahilaaon ke liye bhi uchit shiksha ke avsar taaki vah apni santan ko yogya naagrik bana sake.
    dhanyavaad

    dr.a.kirtivardhan
    09911323732
    a.kirtivardhan@gmail.com
    a.kirtivardhan@rediffmail.com

    जवाब देंहटाएं
  7. amit ji ,pradhanmantri banane ke liye umra ki nahi vichaaron me tatha soch me majbooti ki jarurat hoti hai.
    dr.a.kirtivardhan

    जवाब देंहटाएं
  8. मै क्या चाहूँगी ? पढ़ें :

    http://shamasansmaran.blogspot.com

    या फिर

    http://lalitlekh.blogspot.com

    दिलो जान से चाहती हूँ ,कि , हमारे घिसे पिटे क़ानून बदलें ..जन जाग्रति हो ...

    जब तक क़ानून नही बदलते , ना हम आतंक का सामना कर सकते हैं , ना इन्साफ की अपेक्षा रख सकते हैं ..सबसे पहले , हमें आज़ादी की दूसरी जंग लड़नी होगी ..इन क़ानूनों से छुटकारा पाने के लिए ..

    जवाब देंहटाएं

आप सभी लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया जो आप अपने कीमती वक़्त से कुछ समय निकालकर समाज व देश के विषयों पर अपनी अमूल्य राय दे रहे हैं. इस यकीन के साथ कि आपका बोलना/आपका लिखना/आपकी सहभागिता/आपका संघर्ष एक न एक दिन सार्थक होगा. ऐसी ही उम्मीद मुझे है.
--
बने रहिये हर अभियान के साथ- सीधे तौर से न सही मगर जुड़ी है आपसे ही हर एक बात.
--
आप सभी लोगों को मैं एक मंच पर एकत्रित होने का तहे-दिल से आमंत्रण देता हूँ...आइये हाथ मिलाएँ, लोक हितों की एक नई ताकत बनाएं!
--
आभार
[उल्टा तीर] के लिए
[अमित के सागर]

"एक चिट्ठी देश के नाम" (हास्य-वयंग्य) ***बहस के पूरक प्रश्न: समाधान मिलके खोजे **विश्व हिन्दी दिवस पर बहस व दिनकर पत्रिका १५ अगस्त 8th march अखबार आओ आतंकवाद से लड़ें आओ समाधान खोजें आतंकवाद आतंकवाद को मिटायें.. आपका मत आम चुनाव. मुद्दे इक़ चिट्ठी देश के नाम इन्साफ इस बार बहस नही उल्टा तीर उल्टा तीर की वापसी एक चिट्ठी देश के नाम एक विचार.... कविता कानून घरेलू हिंसा घरेलू हिंसा के कारण चुनाव चुनावी रणनीती ज़ख्म ताजा रखो मौत के मंजरों के जनसत्ता जागरूरकता जिन्दगी या मौत? तकनीकी तबाही दशहरा धर्म संगठनों का ज़हर नेता पत्नी पीड़ित पत्रिकारिता पुरुष प्रासंगिकता प्रियंका की चिट्ठी फ्रेंडस विद बेनेफिट्स बहस बुजुर्गों की दिशा व दशा ब्लोगर्स मसले और कानून मानसिकता मुंबई का दर्दनाक आतंकी हमला युवा राम रावण रिश्ता व्यापार शादी शादी से पहले श्रंद्धांजलि श्री प्रभाष जोशी संस्कृति समलैंगिक साक्षरता सुमन लोकसंघर्ष सोनी हसोणी की चिट्ठी amit k sagar arrange marriage baby tube before marriage bharti Binny Binny Sharma boy chhindwada dance artist dating debate debate on marriage DGP dharm ya jaati Domestic Violence Debate-2- dongre ke 7 fere festival Friends With Benefits friendship FWB ghazal girls http://poetryofamitksagar.blogspot.com/ my poems indian marriage law life or death love marriage mahila aarakshan man marriage marriage in india my birth day new blog poetry of amit k sagar police reality reality of dance shows reasons of domestic violence returning of ULTATEER rocky's fashion studio ruchika girhotra case rules sex SHADI PAR BAHAS shadi par sawal shobha dey society spouce stories sunita sharma tenis thoughts tips truth behind the screen ulta teer ultateer village why should I marry? main shadi kyon karun women

[बहस जारी है...]

१. नारीवाद २. समलैंगिकता ३. क़ानून (LAW) ४. आज़ादी बड़ी बहस है? (FREEDOM) ५. हिन्दी भाषा (HINDI) ६. धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद . बहस नहीं विचार कीजिये "आतंकवाद मिटाएँ " . आम चुनाव और राजनीति (ELECTION & POLITICS) ९. एक चिट्ठी देश के नाम १०. फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स (FRIENDS WITH BENEFITS) ११. घरेलू हिंसा (DOMESTIC VIOLENCE) १२. ...क्या जरूरी है शादी से पहले? १३. उल्टा तीर शाही शादी (शादी पर बहस- Debate on Marriage)