* उल्टा तीर लेखक/लेखिका अपने लेख-आलेख ['उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ'] पर सीधे पोस्ट के रूप में लिख प्रस्तुत करते रहें. **(चाहें तो अपनी फोटो, वेब लिंक, ई-मेल व नाम भी अपनी पोस्ट में लिखें ) ***आपके विचार/लेख-आलेख/आंकड़े/कमेंट्स/ सिर्फ़ 'उल्टा तीर टोपिक ऑफ़ द मंथ' पर ही होने चाहिए. धन्यवाद.
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मंगलवार, 8 जुलाई 2008

बहस से परहेज़ क्यों ?

बहस से परहेज़ क्यों ?

"
उल्टा तीर" की हमेशा यही कोशिश रही है कि इस मंच पर हम सभी मिलकर उन मुद्दों पर खुल कर बहस करें, जो लंबे अर्से से हमें और हमारे समाज को उद्वेलित करते रहे है। हमारी कोशिश अब धीरे धीरे ही सही रंग ला रही है। फिर मुझे ये कहने में कोई झिझक नही कि समाज आज भी ऐसे किसी भी मुद्दे पर बोलने में संकोच करता है। जो कि उसे सबसे ज्यादा परेशान करता है। अब कानून की बहस को उदाहरण के रूप में ले लीजिये, कानून से हम सबका सीधा और प्रत्यक्ष वास्ता है। बावजूद इसके इस मुद्दे पर समाज में बोलने वालों का लगता है टोटा पड़ गया है । उल्टा तीर पर कोई भी बहस आप सबके के लिए ही है। इसमें आपकी जितनी ज़्यादा भागीदारी होगी उतना ही हम सार्थकता की और बढ़ पाएंगे।
कानून की नुमायन्दगी करने वाले भी मानते है कि ज्यादातर कानून बदलते वक्त में अपनी प्रासंगिकता खो रखे हैं। ये बहस वक्त की नज़ाक़त भी है। इसलिए ये बेहद ज़रूरी है कि समाज के हलक से अब आवाज़ निकले।
उन कानूनों पर खुल के चर्चा हो जिन्हें अब बदल देना ही चाहिए। उल्टा तीर का विस्तार हो रहा है। भावी कल के लिए एक सुखद संकेत है। साथ ही मैं आप सभी को इस पोस्ट के माध्यम से आमंत्रण भी दे रहा हूँ।
अगस्त के महीने में उल्टा तीर पूरे महीने आजादी का जश्न मनायेगा। आप सभी से अनुरोध है कि इस जश्ने-आज़ादी-२००८ में अपने लेख, विचार, कविताये, विश्लेषण आदि अपनी तस्वीर के साथ २५ जुलाई २००८ तक भेज कर आज़ादी के जश्न में खुल कर शिरकत करें।
पुनश्च;
"उल्टा तीर" आपका अपना मंच है।
इसमे खुल कर भाग लीजिये। और क़ानून पर अभी बहस जारी है मेरे दोस्त !!
सादर;
अमित के. सागर

6 टिप्‍पणियां:

  1. amit ji aapka mail mila. jankar khushi hui ki aap samaj ke ek jagrook person hain. iske sath hi samaj ke prtyek pahluon k liye hamari jemmedari badhati ja rahi hai. mai aapke vicharo ka poorn roop se samrthan karta hoon. sath ji aapke ujjval bhavishya ki kamna karte hue aapke blog per apne vicharon se avgat karata rahoonga.
    dhanyvad.

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  2. Thanks Amit for informing me about your blog.

    I will be very delighted to read and place comments on your article. So, please do keep on writing such wonderful blogs, am surely participate.

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  3. gud going amit bhai
    really gud I m giving u a new subject which is accourding to time in next month,
    tht is about education.

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  4. sagarji,
    i have sent my article at your mail.just check it.aapko khat nahi bhej pa rahi hu.sorry.

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  5. Dear amit, meri gazlon ko padne aur un ko sarahne ke liye behad shukriya. aapke vichaar padhe, acche lage. nayi pidhee mein adab ke prati itna josh-o-khulus dekh ker acha lagta hai.isee tarah apne hoslon ko banaye rakho aur behtar likhte raho.
    "ALLAH kare zore kalam aur ziyaadah"
    ummeed hai mere blog par mere taza qlaam padhte rahoge aur apne khayaal zaahir karte rahoge.
    subhkaamnayen.

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  6. बह्स आम जनता को जगाने के लिए फिर परहेज क्यूँ क्या तुम खुद सोये हो ये अहेम मुद्दा आता है बिना बह्स के कोई बात नहीं खुलती ,ऐसा क्यूँ है बह्स क्यूँ नहीं सब मौन क्यूँ हैं क्यूँ हैं सोये क्यूँ बने हैं कठपुतली उनके हाथो कि जो खुद हमारे दम से हैं फिर डर कैसा क्यूँ बोलने से कुछ घबराते हो मेरे दोस्तों जितना भी गुबार हो दिल मे दबा सब बाहर निकाल दो तभी कुछ होगा जिसकी सभी उम्मीद करते लेकिन पूर्ण विश्वास नहीं विश्वास बिना समर्पण के नहीं आएगा कुछ बोलोगे तभी कुछ जानोगे वरना सब बेकार.......

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आप सभी लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया जो आप अपने कीमती वक़्त से कुछ समय निकालकर समाज व देश के विषयों पर अपनी अमूल्य राय दे रहे हैं. इस यकीन के साथ कि आपका बोलना/आपका लिखना/आपकी सहभागिता/आपका संघर्ष एक न एक दिन सार्थक होगा. ऐसी ही उम्मीद मुझे है.
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बने रहिये हर अभियान के साथ- सीधे तौर से न सही मगर जुड़ी है आपसे ही हर एक बात.
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आप सभी लोगों को मैं एक मंच पर एकत्रित होने का तहे-दिल से आमंत्रण देता हूँ...आइये हाथ मिलाएँ, लोक हितों की एक नई ताकत बनाएं!
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आभार
[उल्टा तीर] के लिए
[अमित के सागर]

"एक चिट्ठी देश के नाम" (हास्य-वयंग्य) ***बहस के पूरक प्रश्न: समाधान मिलके खोजे **विश्व हिन्दी दिवस पर बहस व दिनकर पत्रिका १५ अगस्त 8th march अखबार आओ आतंकवाद से लड़ें आओ समाधान खोजें आतंकवाद आतंकवाद को मिटायें.. आपका मत आम चुनाव. मुद्दे इक़ चिट्ठी देश के नाम इन्साफ इस बार बहस नही उल्टा तीर उल्टा तीर की वापसी एक चिट्ठी देश के नाम एक विचार.... कविता कानून घरेलू हिंसा घरेलू हिंसा के कारण चुनाव चुनावी रणनीती ज़ख्म ताजा रखो मौत के मंजरों के जनसत्ता जागरूरकता जिन्दगी या मौत? तकनीकी तबाही दशहरा धर्म संगठनों का ज़हर नेता पत्नी पीड़ित पत्रिकारिता पुरुष प्रासंगिकता प्रियंका की चिट्ठी फ्रेंडस विद बेनेफिट्स बहस बुजुर्गों की दिशा व दशा ब्लोगर्स मसले और कानून मानसिकता मुंबई का दर्दनाक आतंकी हमला युवा राम रावण रिश्ता व्यापार शादी शादी से पहले श्रंद्धांजलि श्री प्रभाष जोशी संस्कृति समलैंगिक साक्षरता सुमन लोकसंघर्ष सोनी हसोणी की चिट्ठी amit k sagar arrange marriage baby tube before marriage bharti Binny Binny Sharma boy chhindwada dance artist dating debate debate on marriage DGP dharm ya jaati Domestic Violence Debate-2- dongre ke 7 fere festival Friends With Benefits friendship FWB ghazal girls http://poetryofamitksagar.blogspot.com/ my poems indian marriage law life or death love marriage mahila aarakshan man marriage marriage in india my birth day new blog poetry of amit k sagar police reality reality of dance shows reasons of domestic violence returning of ULTATEER rocky's fashion studio ruchika girhotra case rules sex SHADI PAR BAHAS shadi par sawal shobha dey society spouce stories sunita sharma tenis thoughts tips truth behind the screen ulta teer ultateer village why should I marry? main shadi kyon karun women

[बहस जारी है...]

१. नारीवाद २. समलैंगिकता ३. क़ानून (LAW) ४. आज़ादी बड़ी बहस है? (FREEDOM) ५. हिन्दी भाषा (HINDI) ६. धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद . बहस नहीं विचार कीजिये "आतंकवाद मिटाएँ " . आम चुनाव और राजनीति (ELECTION & POLITICS) ९. एक चिट्ठी देश के नाम १०. फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स (FRIENDS WITH BENEFITS) ११. घरेलू हिंसा (DOMESTIC VIOLENCE) १२. ...क्या जरूरी है शादी से पहले? १३. उल्टा तीर शाही शादी (शादी पर बहस- Debate on Marriage)